प्राचीन यूनानी और रोमन कथाओं के नायकों में से हरक्यूलिस (यूनानी नाम हेराक्लेस) सबसे प्रमुख और आकर्षक पात्र है। वह ज़्यूस, सर्वोच्च देवता, और अल्कमेन, एक नश्वर महिला, का पुत्र था। हरक्यूलिस का जीवन न केवल उसकी असाधारण शक्ति के कारण प्रसिद्ध है, बल्कि उसके साहसिक कारनामों और कष्टों की कहानियों के कारण भी। ये कहानियाँ केवल मनोरंजन के लिए नहीं थीं, बल्कि उन्होंने प्राचीन सभ्यताओं को प्रेरित और शिक्षित भी किया।
हरक्यूलिस का जन्म एक असामान्य घटना थी। ज़्यूस ने अल्कमेन के पति का रूप धारण कर हरक्यूलिस को जन्म दिया, जिससे वह अर्ध-देवता बना। हेरा, ज़्यूस की पत्नी, को अपने पति के नश्वर प्रेम संबंधों से गहरी नफरत थी और उसने हरक्यूलिस को जन्म से ही निशाना बनाया। उसने हरक्यूलिस को मारने के लिए उसके पालने में सर्प भेजे, लेकिन हरक्यूलिस ने उन्हें आसानी से मार डाला।
हरक्यूलिस ने युवा अवस्था में थेब्स के राजा क्रेओन की बेटी मेगारा से विवाह किया। हेरा के क्रोध ने उसे पागलपन की स्थिति में भेज दिया, जिसके कारण उसने अपने ही बच्चों की हत्या कर दी। इस भयावह कृत्य से उत्पन्न दोषभावना से मुक्त होने के लिए हरक्यूलिस ने डेल्फी के ओरेकल से मार्गदर्शन मांगा। ओरेकल ने उसे तिरिन्स और माइसीनी के राजा यूरिस्थियस की सेवा करने का निर्देश दिया।
हरक्यूलिस के बारह श्रम उसकी महाकाव्य वीरता और सहनशीलता के प्रतीक हैं। यूरिस्थियस ने उसे दस श्रम सौंपे, जो बाद में बारह हो गए।
बारह श्रमों के बाद भी, हरक्यूलिस ने कई अन्य महान कार्य किए। उन्होंने ट्रॉय की राजकुमारी को बचाया और माउंट ओलिंपस के नियंत्रण के लिए लड़ाई की। हालांकि, ये कार्य उनके पहले के श्रमों की तुलना में कम प्रसिद्ध थे।
अपने जीवन के अंतिम वर्षों में, हरक्यूलिस ने देयनीरा से विवाह किया। एक सेंटौर ने देयनीरा का अपहरण करने का प्रयास किया, और हरक्यूलिस ने हाइड्रा के जहरीले तीर से उसे मारा। मरते हुए सेंटौर ने देयनीरा को धोखा देकर कहा कि उसका खून हरक्यूलिस की वफादारी सुनिश्चित करेगा। देयनीरा ने इस खून से सना चोगा हरक्यूलिस को दिया, जिससे उसे असहनीय दर्द हुआ।
हरक्यूलिस की कहानियाँ हमें यह सिखाती हैं कि महानतम नायक भी कठिनाइयों का सामना कर सकते हैं। वे प्राचीन दर्शकों के लिए आशा और प्रेरणा का स्रोत थीं, यह दर्शाते हुए कि साहस और धैर्य से किसी भी कठिनाई को पार किया जा सकता है। हरक्यूलिस का जीवन मानव आत्मा की शक्ति और सहनशीलता का प्रतीक है, जो हमें यह सिखाता है कि संघर्ष के बावजूद भी हम महानता प्राप्त कर सकते हैं।
हरक्यूलिस की कहानियाँ न केवल मनोरंजन के लिए थीं, बल्कि उन्होंने समाज को पूर्वाग्रह और भेदभाव के खिलाफ जागरूक किया। जैसे “ए क्लास डिवाइडेड” प्रयोग ने हमें यह सिखाया कि भेदभाव कैसे काम करता है, वैसे ही हरक्यूलिस की कहानियाँ हमें यह सिखाती हैं कि सहानुभूति, समझ और शिक्षा के माध्यम से एक न्यायपूर्ण और समावेशी समाज की दिशा में कैसे काम किया जा सकता है।
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