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भारतीय रिज़र्व बैंक की भूमिका और प्रधानमंत्री मोदी की आयरलैंड यात्रा का प्रभाव

भारत एक विशाल और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, और इस विकास के केंद्र में हैं दो अहम स्तंभ — भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और भारत की अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक पहलें। यह लेख भारतीय रिज़र्व बैंक की कार्यप्रणाली, उसके उद्देश्यों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आयरलैंड यात्रा के महत्व को उजागर करता है। दोनों ही पहलू भारत के आर्थिक और वैश्विक दृष्टिकोण को मजबूत करते हैं।


भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) – भारत की अर्थव्यवस्था का मेरुदंड

भारतीय रिज़र्व बैंक, जिसे संक्षेप में RBI कहा जाता है, 1 अप्रैल 1935 को अस्तित्व में आया। इसका मुख्यालय वर्तमान में मुंबई में स्थित है और यह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है। वर्तमान में इसके गवर्नर श्री शक्तिकांत दास हैं।

आरबीआई के मुख्य उद्देश्य

RBI का कार्य सिर्फ मुद्रा छापना नहीं है, बल्कि यह देश की वित्तीय स्थिरता, विकास और आर्थिक संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

1. मौद्रिक नीति (Monetary Policy)

RBI मौद्रिक नीति के माध्यम से देश में मुद्रा की आपूर्ति, ब्याज दरें, और महंगाई को नियंत्रित करता है। इसके अंतर्गत यह रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट तय करता है, जो बैंकों के कर्ज देने और लेने की दरों को प्रभावित करता है।

2. डिजिटल भुगतान व्यवस्था (UPI)

RBI, Unified Payments Interface (UPI) के माध्यम से डिजिटल लेनदेन को सुरक्षित और प्रभावशाली बनाने का कार्य करता है। जैसे Paytm, PhonePe जैसी कंपनियों को लाइसेंस प्रदान करना और लेनदेन से जुड़ी शिकायतों का समाधान करना RBI की जिम्मेदारी है।

3. राज्य सरकारों के साथ संबंध

RBI केंद्र और राज्य सरकारों के बीच एक वित्तीय पुल का कार्य करता है। यह ऋण प्रबंधन करता है, राज्यों के ऋणों की वसूली करता है और उचित ब्याज दर पर केंद्र सरकार को वितरित करता है।

4. विदेशी मुद्रा प्रबंधन (FOREX)

RBI, भारत की विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) को नियंत्रित करता है। यह डॉलर, सोने और अन्य आरक्षित संपत्तियों के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय व्यापार को सुचारु रूप से संचालित करता है।

5. वित्तीय नियंत्रण और सुरक्षा

  • CRR (Cash Reserve Ratio): सभी बैंकों को अपनी जमा राशि का एक निश्चित प्रतिशत (वर्तमान में 4%) RBI के पास जमा करना होता है। यह जमा राशि आपातकालीन स्थितियों में बैंकिंग सुरक्षा प्रदान करती है।
  • SLR (Statutory Liquidity Ratio): यह वह न्यूनतम राशि है जो बैंक सरकार द्वारा स्वीकृत प्रतिभूतियों या सोने के रूप में सुरक्षित रखते हैं। वर्तमान में यह 18% है।

6. अंतिम उपाय का बैंकर (Banker of Last Resort)

जब कोई बैंक वित्तीय संकट में होता है और कोई सहायता नहीं मिलती, तब RBI उसे वित्तीय मदद देकर ग्राहकों की जमा राशि की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।


आरबीआई की बैलेंस शीट

RBI की वार्षिक रिपोर्ट को उसकी बैलेंस शीट कहा जाता है, जिसमें उसकी परिसंपत्तियां (assets) और दायित्व (liabilities) दर्ज होते हैं। यह रिपोर्ट सरकार को नीति निर्माण में सहायता करती है और देश की आर्थिक दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आयरलैंड यात्रा (2015)

23 सितंबर 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आयरलैंड यात्रा ने भारत और आयरलैंड के रिश्तों में एक नई ऊर्जा का संचार किया। इससे पहले भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1956 में आयरलैंड की यात्रा की थी।

उद्देश्य और स्वागत

आयरलैंड के प्रधानमंत्री एंडा केनी ने नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत किया। इस मौके पर विदेश मंत्री चार्ल्स फ्लैनगन और भारत में तैनात आयरिश राजदूत फेलिम मैक्लॉघलिन भी उपस्थित थे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य था — व्यापार, शिक्षा, सांस्कृतिक और कूटनीतिक संबंधों को और सशक्त बनाना।


आयरलैंड यात्रा का प्रभाव

1. व्यापार और वाणिज्य

प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले भारत-आयरलैंड के व्यापार का कुल मूल्य लगभग €650 मिलियन था। लेकिन 2019 तक यह आंकड़ा बढ़कर €1.2 बिलियन हो गया। आज यह व्यापार €4.2 बिलियन को पार कर चुका है। इसके पीछे भारत की आयरलैंड के साथ बढ़ती आर्थिक साझेदारी है।

आयरलैंड में भारतीय कंपनियां:

  • आईटी और फार्मा सेक्टर: TCS, Infosys, Wipro, Amneal Pharmaceuticals, आदि।
  • कंज्यूमर गुड्स: Shapoorji Pallonji, Crompton Greaves आदि।

भारत में आयरिश कंपनियां:

  • ICON, Glanbia (पोषण व दवाएं)
  • Globoforce, Taxback Group (आईटी व फाइनेंस)

2. शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग

5000 से अधिक भारतीय छात्र आयरलैंड में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। भारत और आयरलैंड के बीच 30 से अधिक शैक्षणिक साझेदारियां स्थापित हुई हैं। ट्रिनिटी कॉलेज, डबलिन और थापर यूनिवर्सिटी, पटियाला के बीच सहयोग इसका अच्छा उदाहरण है।

3. भारतीय समुदाय और नीतियां

आयरलैंड में लगभग 45,000 भारतीय मूल के लोग रहते हैं, जिनमें से 18,500 NRI हैं। यहां की सरकार ने कई अनुकूल नीतियाँ लागू की हैं:

  • पुलिस यूनिफॉर्म में हिजाब की अनुमति
  • Critical Skill Visa धारकों के साथी को वर्क परमिट की आवश्यकता नहीं

4. सांस्कृतिक संबंध

आयरलैंड में 2008 से हर वर्ष दिवाली उत्सव आयोजित किया जाता है। इसके अलावा, भारतीय फिल्म महोत्सव, योग दिवस और भारतीय मसालों का उपयोग सांस्कृतिक समानता को दर्शाता है। रवींद्रनाथ टैगोर और W.B. Yeats जैसे साहित्यिक संबंध इस बंधन को और गहरा बनाते हैं।

5. पर्यटन

कॉमन ब्रिटिश-आयरिश वीज़ा योजना और भारत की इलेक्ट्रॉनिक टूरिस्ट वीज़ा सुविधा से पर्यटक संख्या में वृद्धि हुई है। हर साल लगभग 44,000 आयरिश नागरिक भारत का दौरा करते हैं और इतने ही भारतीय आयरलैंड भी जाते हैं।


निष्कर्ष

भारतीय रिज़र्व बैंक भारत की वित्तीय रीढ़ है जो मुद्रा नियंत्रण, आर्थिक स्थिरता, विदेशी मुद्रा और बैंकों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी की आयरलैंड यात्रा ने भारत की विदेश नीति और कूटनीति में नई जान फूंकी। इस यात्रा ने न सिर्फ व्यापार, शिक्षा और संस्कृति को मजबूती दी, बल्कि दोनों देशों के लोगों के बीच गहरी समझ और सहयोग की भावना को भी बढ़ाया।

आने वाले समय में भारत और आयरलैंड के संबंध और प्रगाढ़ होंगे, और RBI की भूमिका देश को एक आर्थिक महाशक्ति बनाने में महत्वपूर्ण बनी रहेगी।

Twinkle Pandey

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