भूटान, जिसे ‘थंडर ड्रैगन की भूमि’ के नाम से जाना जाता है, अपनी अनोखी संस्कृति, परंपराओं और प्राकृतिक सुंदरता के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। हिमालय की गोद में बसे इस छोटे से देश का राष्ट्रीय ध्वज उसकी पहचान और गौरव का प्रतीक है। भूटान का ध्वज न केवल एक कपड़े का टुकड़ा है, बल्कि यह देश की गहरी धार्मिक आस्थाओं, सांस्कृतिक विरासत और राजनीतिक संरचना को दर्शाता है। इस लेख में हम भूटान के राष्ट्रीय ध्वज के इतिहास, महत्व, रंगों और प्रतीकवाद का गहन अध्ययन करेंगे।
भूटान, दक्षिण एशिया का एक छोटा लेकिन समृद्ध देश है, जो हिमालय की पूर्वी सीमा पर स्थित है। इस देश का शाही शीर्षक “द्रुक ग्यालपो” है, जिसका अर्थ है “ड्रैगन किंग”। भूटान को ‘थंडर ड्रैगन की भूमि’ कहा जाता है क्योंकि यहां पहाड़ों में गूंजने वाली गड़गड़ाहट को ड्रैगन की दहाड़ माना जाता है। भूटान की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का गहरा संबंध उसके राष्ट्रीय ध्वज से है, जो देश के ऐतिहासिक और आध्यात्मिक मूल्यों को सजीव करता है।
भूटान का पहला राष्ट्रीय ध्वज 1947 में मायुं चोइंग वांगमो दोरजी द्वारा बनाया गया था। इस ध्वज में भूटान की पहचान और सांस्कृतिक तत्वों को प्रदर्शित किया गया था।
1956 में, जब भूटान सरकार ने भारतीय अधिकारियों का स्वागत किया, तो यह देखा गया कि भारतीय ध्वज का अनुपात अधिक प्रभावशाली है।
भूटान के ध्वज में दो प्रमुख रंग हैं – पीला और नारंगी, और केंद्र में एक सफेद ड्रैगन है। इन रंगों और प्रतीकों का गहरा धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है।
भूटान की नेशनल असेंबली ने ध्वज का आधिकारिक अनुपात 3:2 निर्धारित किया है। हालांकि, विभिन्न अवसरों और स्थानों के अनुसार ध्वज के अलग-अलग आकार स्वीकृत किए गए हैं:
भूटान का ध्वज देश की धार्मिक आस्थाओं और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।
ध्वज का पीला रंग राजा की शक्ति और नेतृत्व को प्रदर्शित करता है। यह रंग इस बात को दर्शाता है कि राजा न केवल देश का शासक है, बल्कि देश की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं का संरक्षक भी है।
ध्वज में मौजूद ड्रैगन और उसके पंजों में पकड़े मोती, भूटान की एकता, समृद्धि और स्थिरता का प्रतीक हैं।
भूटान का राष्ट्रीय ध्वज देश की अनोखी सांस्कृतिक, धार्मिक और राजनीतिक परंपराओं का प्रतीक है। पीला रंग राजा की शक्ति और शाही परंपरा को दर्शाता है, जबकि नारंगी रंग बौद्ध धर्म के प्रति देश की गहरी आस्था को दर्शाता है। केंद्र में स्थित सफेद ड्रैगन शांति, पवित्रता और भूटान की एकता का प्रतीक है।
भूटान के लोगों के लिए उनका ध्वज न केवल गर्व और सम्मान का प्रतीक है, बल्कि यह उनके देश की आत्मा और पहचान को भी सजीव करता है। यह ध्वज हमें यह याद दिलाता है कि भूटान, अपनी परंपराओं और मूल्यों के साथ, एक ऐसा देश है जो आधुनिकता और सांस्कृतिक विरासत के बीच अद्भुत संतुलन बनाए हुए है।
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